गुरू जानता है शिष्य को जीवन की पगडंडी पगडंडी पर कहां और कब खड़ा करना है और जहां खड़ा करना है उसके लिये कcters आज्या देनी है है।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।। Hoe u uw geld kunt verdienen
शिष्य की जो भी चिंतायें हैं, दुख हैं, परेशानियां हैं, बाधायें है उन सबको गुरू चरणों में समर्पित कर कर का चाहिये।।
शिष्य को साष्टांग प्रणाम के द्वारा निरन्तर गुरु का स्तुतिगान करते हुये उन्हें भजते रहना चाहिये, उनके सतत् भजन और चिन्तन से शिष्य की बुद्धि गुरु के प्राणों से जुड़कर निरन्तर पवित्र होती जाती है, उसके बाद पावन मति से ही गुरु का ब्रह्ममय स्वरूप प्रकट होकर, Hoe werkt het?
शिष्य को गुरु-आजcters
शिष्य को अपने गुरु से असत्य भाषण कभी नहीं करना चाहिये क्योंकि गुरु स्वयं इतने अंतर्द्रषuction है, कि वे शिषct
'आज्ञा गुरुणां परिपालनीया' गुरु और ike ike की की आजcters सदैव अनुल्लंघनीय होती है है, अतः ये भी क कctreden
गुरु की भावनाओं से आबद्ध शिष्य को चाहियें कि वह कभी भी भीर गुरु विद्यमान हों, उस दिशा को नमस्कार किये बिन न न न क fout न औarm न औrouw ही हीऔ ही ही Eur शयशय हीशय ।शय ।ct क okे क acht
De discipel mag nooit diksha of lezingen geven en zijn dominantie tonen als een goeroe, omdat deze activiteiten de discipel trots maken en schade berokkenen.
गुरु के रहते हुये शिष्य को उपदेश आदि आदि किसी को भी नहीं नहीं देना चाहिये, यदि गुरु की भांति उपदेश कार्य को सct
Het is verplicht om te verkrijgen Goeroe Diksha van Revered Gurudev voordat hij een Sadhana uitvoert of een andere Diksha neemt. Neem contact op Kailash Siddhashram, Jodhpur door E-mail , Whatsapp , Telefoonnummer or Aanvraag om toegewijd-bekrachtigd en door een mantra geheiligd Sadhana-materiaal en verdere begeleiding te verkrijgen,