विशेष
क्यूं होती है किताबे
हमारी सबसे अच्छी दोस्त
हम लोग अपने बड़ों से सदा यही सुनते आये हैं कि किताबें पढना बहुत अच्छी आदत है, ये इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती है। तो इस बार हम जानेंगे कि ऐसा क्यों है और हम भी किस प्रकार से READING HABITS स्वयं में डाल सकते हैं?
सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि कोई पसंद के TOPIC की बुक पढने से हमारा मानसिक विकास होता है साथ ही CREATIVITEIT यानि कि हमारे सोचने समझने की क्षमता भी बढती है। जिस प्रकार शरीर को स्वस्थ्य और ACTIEF रखने के लिए Oefening करना जरूरी है उसी तरह हमारे BRAIN भी FIT रहने के लिये Oefening की जरूरत होती है जो पढने से होती है। पढने से दिमाग तेज रहता है, याददाशत अच्छी रहती है, COMMUNICATION SKILL में सुधार होता है, हम अच्छे से, VERTROUWEN के साथ अपनी बात रखने में सक्षम होते हैं। जब हम कुछ पढ़ते हैं तो UPDATE रहते हैं, लोग भी हमसे बात करना पसंद करते हैं, जहां E-Books और GADGETS के कारण हमारे CONCENTRATIE POWER में कमी आती है वहीं RESERVEER पढ़ने से ध्यान देकर पढ़ने की क्षमता में इजाफा होता है इसीलिये बेहतर है हम सही BOEKEN पढ़े न कि ONLINE पढ़े।
किताबें पढ़ने की GEWOONTE बचपन से ही अपने अन्दर INCULCEREN कर लेनी चाहिये। भले ही 5 मिनट पढें परन्तु रोजाना पढ़े और इसके बारे में पेरेंट्स और दोस्तों से चर्चा भी करें। याद रखें बुक का चुनाव अपनी उम्र के अनुसार करें, ज्यादा VOLWASSEN या कठिन विषय का चुनाव न करें। नई-नई किताबे पढें और अपने ज्ञान को अपडेट करते रहें, फिर चाहे वह किताब कहानी की हो, जानवरों की या फिर कोई ऐतिहासिक।
तो इसीलिये LEZING के इतने फायदे होने के कारण किताबे इंसान की सबसे अच्छी दोस्त कहलाती है।
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